राजमाता जिजाऊ

राजमाता जिजाऊ

काव्यप्रकार : अभंग

विषय : राजमाता जिजाऊ

लखोजी जाधव | पित्याची पुण्याई ||
माता गिरीजाई | कन्यारत्न ||1||

जिजाऊ जन्मली | किर्ती जगतात ||
भवानी साक्षात || राजमाता ||2||

शूर पराक्रमी | मुखी शालीनता ||
कर्तव्यनिष्ठता | बुध्दिमानी ||3||

स्वराज्य स्थापन | ज्योत पेटवली ||
गुणे रुजवली | स्वाभिमानी ||4||

धडे रामायण | महाभारताचे ||
उच्च संस्काराचे | शिवबास ||5||

होती दुरदृष्टी | राजकारणाची ||
गनिमी काव्याची | शिकवण ||6||

हि पहिली माळ | जिजाऊ चरणी ||
या अंत:करणी || वाहतेय ||7||


आलीयागोहर जाकीर शेख, धुळे
9422786516

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